अगर आप मधुमेह रोगी हैं? मीठा खाना बंद कर दिया है तो इस मीठी पत्ती को चबाकर

आप डायबिटीज के मरीज हैं। आप मीठा नहीं खा पा रहे हैं तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं। स्टीविया का पौधा आपको आपकी इस समस्या से निजात दिला सकता है। वैज्ञानिकों ने स्टीविया नाम के पौधे की खोज की है जिसकी पत्तियां लो कैलरी युक्त होती हैं। यह गन्ने से तीन सौ गुना अधिक मीठा होता है। इसका इस्तेमाल चाय बनाते समय और मीठे पकवान बनाने में किया जा सकता है। इतना ही नहीं मधुमेह रोगी ने कोई मीठा पकवान खाया है तो उसके असर को दूर करने के लिए स्टीविया की कुछ पत्तियां चबा लें तो कुछ नुकसान नहीं होगा।


स्टीविया की पत्तितयों के बारे में केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौध संस्थान (सीमैप) के वैज्ञानिक डॉ ए.के.सिंह ने बताया कि स्टीविया की पत्तियों का कुछ अंश अगर चाय में डाल दी जाए तो चाय में मिठास आ जाती है। जिसे मधुमेह रोगी पी सकते हैं। यह जीरो कैलरी वाली पत्तियां होती हैं। सीमैप में काफी समय से इस पर शोध चल रहा था जिसके बाद वैज्ञानिक आर.के.लाल ने सिम मधु नाम की स्टीविया की नई प्रजाति तैयार की है। लोग स्टीविया के पौधे गमले में लगा लेते हैं और उसकी पत्तियों का इस्तेमाल चीनी की तरह करते हैं


ऐसे मिल रहा है स्टीविया


बाजार में स्टीविया पाउडर डिप पैकेट में मिल रहा है


शहर की नर्सरी में स्टीविया के पौधे मिल रहे हैं


स्टीविया की गोलियां भी बाजार में अब आ चुकी हैं


स्टीविया की पत्तियों के यह हैं गुण
स्टीविया पैंक्रियाज से इंसुलिन को रिलीज करने का काम करता है। इससे ब्लड प्रेशर, हाईपरटेशन, दांत, गैस, पेट की जल, दिल की बीमार, चमड़ी रोग और चेहरे की झुर्रियों में भी काफी कारगर है। दिल के मरीज और मोटापे में भी स्टीविया की पत्तियां लाभदायक हैं।


भारत में बढ़ रहे हैं मधुमेह रोगी
स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार देश में लगभग दो करोड़ दस लाख लोग मधुमेह की बीमारी से पीड़ित हैं। संगठन का यह अनुमान है कि भारत में 2020 तक हर पांचवा व्यक्ति मधुमेह का रोगी होगा। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ हफसा खान ने बताया कि स्टीविया शुगर के मरीजों के लिए वरदान है। इसकी पत्तियां रोजाना अगर मधुमेह रोगी चबाएं तो उनके शरीर में इंसुलिन की मात्रा बनती रहेगी।