जब तक अपनों का हाथ पकड़कर चलता है, उसे मेला बहुत सुंदर और शानदार लगता है... पर वह अपनों से बिछड़ जाये तो वही मेला उसे डरावना और नीरस लगने लगता है सभी की दुनिया के मेले में यही स्थिति है, हम जब तक अपनों से जुड़े हैं ,उनका हाथ थामे हैं, दुनिया हमें बहुत सुंदर लगती है पर कोई अपना रूठ जाये , बिछड़ जाये तो दुनिया की सारी रौनकें खत्म हो जाती है ,सच में हम सभी एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं इसलिए अपनों का हाथ थामे रखिये।अपने हैं तो सपने हैं*
मेले की भीड़ में बच्चा