कोई सुन नहीं रहा और गले की आवाज बैठ रही है। लेकिन वो चीखें सोने नहीं दे रही हैं। 17 जुलाई 2019 को एक #चिट्ठी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुँचती है उसमें एक नादान सा लड़का प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए लिखता है कि फाँसी जैसे कड़े कानून बनाने के बाद भी यदि भारत की बेटियों के लिए सुरक्षित वातावरण नहीं बन पा रहा है तो निश्चित ही हमें कोई दूसरा विकल्प देखना होगा। आज नहीं तो कल कुछ तो हमें ढूंढना ही होगा।
आगे वह लिखता है कि इस समस्या पर एक अनोखा समाधान प्रस्तुत करने का उसे बस एक अवसर मिलना चाहिए। वह नहीं चाहता कि स्वयं प्रधानमंत्री उसके लिए समय निकालें। कोई भी एक अधिकारी जिनके हिस्से महिला सुरक्षा जैसी जिम्मेदारी है वह तो उस लड़के की बात सुन ले। यदि इस बात की 0.0001% संभावना भी है कि उस लड़के के पास थोड़ा बेहतर रास्ता हो सकता है तो भी उसे क्यों ना सुना जाए। वह लड़का यह भी स्पष्ट लिखता है कि वह 3 वर्षों से लगातार इस विषय पर पीएमओ से पत्राचार कर रहा है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है।
17 जुलाई को लिखी इस चिट्ठी को Grievance के तौर पर रजिस्टर भी कर लिया जाता है
#Grievance_ID PMOPG/D/2019/0265367
और इसे पीएमओ कार्यालय में नियुक्त एक महोदया जिनका नाम है सहेली घोष, उन्हें भेज दिया जाता है। सहेली जी के द्वारा अगस्त महीने में इस Grievance को अंडर प्रोसेस में डाल दिया जाता है उसके बाद इसका स्टेटस यथावत वही है।
Under process
आज उस लड़के ने पीएमओ कार्यालय में फोन करके सहेली जी से बात करने की इच्छा जाहिर की क्योंकि तेलंगाना वाले मामले की आवाज जब संसद में गूंज रही है तो ऐसे में उस लड़के की उम्मीद फिर जगी कि शायद अब उसकी बात को गंभीरता से सुना जा सकता है। लेकिन सहेली जी से बात नहीं हो पाई, जवाब मिला कि सहेली जी को email के द्वारा संपर्क किया जाए।
एक पागल लड़के की छोटी सी कहानी यहाँ तक पढ़ ली तो उसका नाम भी जान लीजिए, उसका नाम है अनंत। उसने उन सभी को आस्वस्त किया है जिन्होंने उसकी विधि को तसल्ली से सुना है। वो विधि सवालों के जवाब में ही क्योंकि उद्धरित (explain) हो सकती है। इसलिए छोटी सी फेसबुक पोस्ट में उसे बता पाना संभव ही नहीं और वो लड़का इसके लिए क्षमा चाहता है। जानने की इच्छा रखने वालों को, उनकी माँग पर इसका विस्तृत लेखांकन वह लड़का उपलब्ध कराने को तत्पर है। उसे निजी मैसेज भेजकर मंगवा लीजिये। आपको स्वयं को भी आश्चर्य होगा कि समस्या का समाधान व्यवस्था में ही मौजूद है जिसपे बस किसी का ध्यान नहीं जा पा रहा है। आज इस तश्वीर और इस पोस्ट के माध्यम से वही लड़का आप सभी से जो इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं, हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा है कि कृपया इस पोस्ट को केवल पढ़कर और केवल लाइक करके मत जाइए। जरा ठहरिए और इस लड़के का बस इतना साथ दे दीजिए कि इसकी आवाज उन कानों तक पहुँच जाए जो नीतियाँ बनाते हैं, आपके लिए, हम सबके लिए।
आप भले कॉपी पेस्ट करें या शेयर करें लेकिन एक छोटा सा प्रयास इस लड़के के साथ जुड़कर जरूर करें। यह लड़का आपको वचन देता है कि इसे यदि एक अवसर मिला तो यह भारत की हर बेटी को एक नया सुरक्षा आवरण दिलवा सकेगा। और अगर यह लड़का अपना दावा सिद्ध नहीं कर सका तो इसे सार्वजनिक रुप से हर प्रकार का दंड मंजूर होगा। आप साथ दीजिये तो सही, साथ नहीं तो मौका दीजिये, आपके सामने इसे खुद को साबित करना का मौका देने के रूप में जुड़ जाइये।
और कहिये इस लड़के से कि "देख अनंत झूठी उम्मीद जगाई तो तुझे छोड़ेंगे नहीं, अगर तेरा आईडिया बेकार बकवास है और तूने हमार भी समय बर्बाद किया तो तेरी खैर नहीं।"
आप साथ दें चाहे मौका, आप बस अपने द्वारा किसी ना किसी प्रकार से इस खुले खत को डिस्ट्रीब्यूट कीजिये। जितना करेंगे कम होगा, यह सोचकर प्रयास कीजिये। ये आक्रोश जो उबाल पर केवल तब तक का ही समय है।
यह लड़का खुद को दंड दिए जाने का प्रण उठा रहा तो क्या आप एक सरल सा प्रण नहीं लेंगे।
*कि मैं इस लड़के की बात पर एक बार भरोसा करते हुए इसकी बात को आगे किसी भी प्रकार से शेयर कर रहा हूँ या भेज रहा हूँ।*
आपने शुरू कर दिया प्रण लेना और इस पोस्ट को पोस्ट को दबाया नहीं जाएगा तो, आपकी देखा देखी बाकी सब भी आपका अनुसरण पक्का करेंगे।
आप इस लड़के की आखिरी उम्मीद हो यह समझ लो क्योंकि इस लड़के ने बड़े बड़े नेताओं के यहाँ भी धक्के खा लिए हैं। 0.00001% भी आपको भरोसा है तो आप... आप साथ देंगे ना?
आपके द्वारा छोड़ा गया कमेंट आपको इस पोस्ट के वायरल होने की और नहीं हो सकने की स्थिति नोटिफिकेशन में लगातार दर्शाता रहेगा।
आपसे किया वचन यह लड़का निभा पाएगा आप देखेंगे।
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एक जानने योग्य बात उनके लिए जिन्होंने इस खुले खत को किसी ग्रुप में जुड़े होने की वजह से पढ़ा है। वहाँ किसी ने शेयर किया हो और आपको दिख गया हो। तो आप बिल्कुल भी शेयर मत करें क्योंकि वह शेयर होगा ही नहीं। आप ऐसा करके देख लें, आपको आपकी प्रोफाइल में यह पोस्ट नजर नहीं आएगा। तो बेहतर होगा आप इस पागल की प्रोफाइल खोल कर ही आगे मदद करें।