#Fuck ॐ, स्वास्तिक, हिंदुत्व का यह बैनर दर्शाता है कि सड़कों पर दंगा कर रहे जेहादियों का #CAA से कोई लेना-देना नहीं है। याद कीजिए जामिया में भी 'हिंदुओं से आजादी' के नारे लगे थे और AMU में 'हिंदुओं की कब्र खुदेगी' का नारा बुलंद किया गया था। यह सब साबित करता है कि वे बस हिंदुओं को मिटा कर गजवा-ए-हिंद करना चाहते हैं, जो उनकी जमात की सदियों से ख्वाहिश है।
मिशनरी-वहाबी पैसे के लिए अपना जमीर बेच चुके पत्रकार, मीडिया हाउस और एकेडमिया इन जेहादियों को कवर-फायर दे रहा है।कांग्रेस-कम्युनिस्ट-मिशनरी एंड गिरोह, जो एक बार भारत विभाजन को अंजाम दे चुके हैं, और इसके अभी और 16 टुकड़े करना चाहते हैं; इसको और उकसा रहे हैं।
वहीं, 'गंगा-यमुना' तहजीब, आपसी भाईचारा, सेक्युलर इंडिया, आइडिया ऑफ इंडिया आदि की वकालत कर आपको हर कदम पर गुमराह करने वाले अपनी खामोशी से 'गजवा-ए-हिंद' की अपनी 'कौमी-ख्वाहिश' का ही इजहार कर रहे हैं! पीएम मोदी ने ठीक कहा था,'आपकी खामोशी को देश देख रहा है!'
हिंदुओं और भारत के विनाश की पटकथा लिख रहे इन लोगों को गौर से देखिए, और इन सबको पहचान लीजिए; इससे पहले कि और देर हो जाए!